Heat stroke
इंडियन एक्सप्रेस के एक लेख के अनुसार पिछले 50 वर्षों में लू के कारण 17000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। तथा जिस तरह मई और जून के महीने नजदीक आ रहे हैं उसी तरह उत्तर भारत के कई क्षेत्रों में भीषण गर्मी होना शुरू हो गई है जिसका उदाहरण है कोल्हापुर समेत महाराष्ट्र के कई इलाकों में Heat stroke अर्थात लू के कारण 14 लोगों की मृत्यु हो गई हैं। इसी कारण लोगों से अपील की गई है कि वह घर से ज्यादा बाहर निकलने पर नियंत्रण रखें।
वर्ष 2023 के फरवरी माह में कई राज्यों में तेज गर्मी की स्थिति को महसूस किया गया जिसका कारण heat wave था। अध्ययन की मानें तो 1981 से 2010 यह फरवरी का महीने में अधिकतम तापमान को दर्ज किया गया। राजस्थान गुजरात और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में अधिक गर्म स्थिति देखी गई थी कुछ स्थानों में तापमान लगभग 40 डिग्री सेल्सियस था।
हीट स्ट्रोक क्या होता है? ( What is a Heat Stroke?)
साधारण आम बोलचाल की भाषा में हीट स्ट्रोक को सन स्ट्रोक अर्थात लू के नाम से भी जाना जाता है। हीट स्ट्रोक एक ऐसी स्थिति है जब गर्म मौसम के दौरान आपका शरीर अधिक गर्म हो जाता है। आमतौर पर जब कोई व्यक्ति गर्म वातावरण में बैठा हो गया लंबे समय तक सूर्य के संपर्क में रहा हो। Heat स्ट्रोक स्थिति तब उत्पन्न होती है जब शरीर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो जाता है और शरीर अपने ठंडे होने की क्षमता को खो देता है।तो हीट स्ट्रोक सबसे घातक होता है।
हीट स्ट्रोक के कारण क्या है ? ( Cause of Heat Stroke)
यह हीट स्ट्रोक मस्तिष्क को चोट भी पहुंचा सकता है। तथा हीट स्ट्रोक आपके मस्तिष्क हृदय गुर्दे और मांसपेशियों को हानि पहुंचा सकता है इतना ही नहीं यह व्यक्ति की जान जाने तक की स्थिति को भी पैदा सकती है। हीटस्ट्रोक के कारण शरीर में पानी की कमी से किडनी ठीक से काम कर पाने में असमर्थ होती है तथा इसके कारण बॉडी में यूरिक एसिड का खतरा बढ़ जाता है। ताप सूचकांक के अनुसार Heat stroke का अधिक खतरा शिशुओं एथलीट्स,युवा लोगों, वृद्ध वयस्कों और अधिक वजन वाले व्यक्तियों में अधिक देखा जाता हैं।
हीट स्ट्रोक के लक्षण (Symptoms of Heat Stroke)
जिस तरीके से भारत में अर्थात विश्व में निरंतर गर्मी की स्थिति बढ़ती जा रही है तो यह सामान्य है कि सभी व्यक्तियों को हीट स्ट्रोक के लक्षणों के बारे में उचित जानकारी हो अर्थात कुछ लोगों में लू लगने के लक्षण जल्दी और बिना किसी चेतावनी के भी हो सकते हैं तो अलग अलग लोगों के लिए अलग अलग रूप में दिखाई देते हैं अर्थात ही स्टॉक के कुछ ऐसे सामान्य लक्षण निम्नलिखित हैं:
- उल्टी जैसा महसूस होना।
- थकान महसूस होना।
- शरीर में कमजोरी का आभास होना।
- सिर दर्द आना।
- चक्कर आना ।
- शरीर का लाल तथा करम हो जाना।
- दिल की धड़कन तेजी से बढ़ना।
- तेज पल्स और सांसे तेज होने लगना।
हीट स्ट्रोक का उपचार (Heat Stroke Treatment)
गर्मी के मौसम में गर्मी के मौसम में जब कोई व्यक्ति ही रोग से पीड़ित होता है तो उसके शरीर का तापमान तेज होने लगता है तथा हिट्स स्टाफ को ठीक करने के लिए शरीर के तापमान को पहले की तरह स्थिर करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाने चाहिए अन्यथा यह है मानव शरीर को अन्य क्षति पहुंचा सकता है तथा शरीर के तापमान को कम करने के लिए निम्नलिखित तरीके से प्रकार है:
- समय अनुसार ठंडे पानी से नहाते रहना।
- अपने शरीर के विभिन्न अंगों पर आइस पैक लगाएं।
- ढीले डाले और हल्के कपड़े पहने।
- जितना हो सके उतनी मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करें।
- घर के बाहर जाने से बचे।

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